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हैदराबाद में मिस वर्ल्ड 2025: भारत के लिए गौरव का क्षण
परिचय
भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध शहर हैदराबाद एक बार फिर वैश्विक सुर्खियों में है। इस बार वजह है — Miss World 2025 प्रतियोगिता। यह प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिता पहली बार भारत के किसी दक्षिणी राज्य में आयोजित की जा रही है, और इसके लिए हैदराबाद को चुना गया है।
एक भव्य शुरुआत
हैदराबाद: Miss World 2025 प्रतियोगिता शनिवार शाम को हैदराबाद में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, अंतरराष्ट्रीय फैशन और वैश्विक प्रतिनिधित्व के शानदार प्रदर्शन के साथ आधिकारिक रूप से शुरू हुई। उद्घाटन समारोह में जीवंत परेड और पारंपरिक परिधानों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें मिस इंडिया नंदिता गुप्ता ने भारतीय तिरंगा लेकर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, मिस वर्ल्ड लिमिटेड की अध्यक्ष जूलिया मोर्ले सीबीई और मौजूदा मिस वर्ल्ड क्रिस्टीना पिस्ज़कोवा ने संयुक्त रूप से प्रतिष्ठित महोत्सव का उद्घाटन किया, जिसे दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिता के रूप में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।
हैदराबाद की संस्कृति की झलक
इस बार प्रतियोगिता सिर्फ मंच की शोभा तक सीमित नहीं रही — आयोजकों ने हैदराबाद की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी कार्यक्रम का हिस्सा बनाया। चारमीनार में एक विशेष फोटोशूट का आयोजन किया गया, जहां अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों ने इस ऐतिहासिक स्मारक के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। इसके बाद प्रतिभागियों ने लाड बाजार का दौरा किया — हैदराबाद का प्रसिद्ध चूड़ी बाजार, जहां उन्होंने पारंपरिक चूड़ियों, मोतियों और सजावटी वस्तुओं की खरीदारी की।
उनका दौरा विशेष रूप से चयनित नौ प्रतिष्ठित दुकानों तक सीमित रहा: हैदराबाद बैंगल्स, मुजीब बैंगल्स, कन्हैयालाल, मोतीलाल करवा, गोकुलदास जरीवाला, के.आर. कासट, जाजू पर्ल्स, ए.एच. जरीवाला और अफजल मिया करचोबवाले — ये सभी हैदराबादी शिल्पकला की मिसाल हैं।
भारत के लिए वैश्विक मंच
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता न केवल सुंदरता की परख का मंच है, बल्कि यह सांस्कृतिक संवाद और वैश्विक भाईचारे को बढ़ावा देने का अवसर भी है। भारत की विविधता, परंपरा और आधुनिकता को एक साथ दर्शाने का यह एक बेहतरीन मौका है।
निष्कर्ष
Miss World 2025 का आयोजन हैदराबाद में होना न केवल भारत के लिए सम्मान की बात है, बल्कि यह देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को भी एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। इस आयोजन के जरिए भारत ने फिर यह साबित कर दिया कि वह न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, बल्कि वैश्विक आयोजनों की मेज़बानी में भी अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
